क्रिकेट प्रेम शहीद प्रेम से ज्यादा बड़ा
कानपुर : शहीदों
को श्रद्धांजलि देकर उनका सम्मान करने की बातें बोलने में अच्छी लगती है, लेकिन असल में असलियत से
कुछ और ही होती है। रविवार को कानपुर के ग्रीनपार्क में कीड़ा भारती द्वारा आयोजित
दौड़ में यह साफ-साफ देखने को मिला। इतनी बड़ी आबादी वाले शहर में से इस आयोजन में
मात्र 2000 लोग
मौजूद रहे। वहीं अगर ग्रीन पार्क में क्रिकेट का खेल होना होता है तो लोग
ब्लैक में टिकट खरीदने तक को मजबूर हो जाते हैं।
क्रीड़ा भारती अक्सर ऐसी प्रतियोगिताओं का
आयोजन करता रहता है। वहीं इस बार उन्होंने इस प्रतियोगिता के आयोजन को एक शहीद का
सम्मान समारोह बना दिया। इस बार उन्होंने शहीद कैप्टन आयुष को श्रद्धांजलि देने के
उद्देश्य दौड़ का आयोजन किया। लेकिन वहीं मैदान में मौजूदा लोगों की संख्या इस बात
को साफ साफ बयां कर रही थी कि लोगों के अंदर शहीदों को लेकर कितनी संवेदनशीलता है।
जहां वहीं मैदान क्रिकेट के खेल के दौरान खचाखच भरा होता था वहीं इतने नेक काम के
लिए स्टेडियम में मात्र 2000 लोग ही
नजर आए। इससे यह साफ प्रतीत होता है कि आज देश में रियल हीरो का कितना सम्मान है।
इस प्रतियोगिता का आयोजन रविवार के दिन हुआ
था। रविवार के दिन लगभग लोग खाली होते हैं अगर लोग चाहते तो शहीद के सम्मान में कम
से कम एक दिन तो निकाल ही सकते थे। इस प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि के रुप में शहीद
कैप्टन आयुष के माता-पिता व उनकी बहन को आमंत्रित किया गया। उन्होंने हरी झंडी
दिखाकर दौड़ शुरू कराई।
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